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नवम्बर 22, 2024 8:57 पूर्वाह्न

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गयाना की संसद में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कहा- समावेशी समाज बनाने का सबसे बड़ा साधन लोकतंत्र

 
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गयाना की संसद नेशनल असेंबली को संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र प्रथम की भावना भारत को सामूहिक रूप से प्रगति करने को प्रेरित करती है। श्री मोदी ने कहा कि भारत की निर्णय प्रक्रिया मानवता प्रथम के सिद्धांत पर आधारित होती है।
 
 
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि समावेशी समाज बनाने का सबसे बड़ा साधन लोकतंत्र ही है। गयाना की संसद की राष्‍ट्रीय असेंबली के विशेष सत्र में उन्‍होंने कहा कि दुनिया लोकतंत्र प्रथम, मानवता प्रथम के सिद्धांत पर अमल करके ही आगे बढ़ सकती है। उन्‍होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे अंतस, हमारे दृष्टिकोण और हमारे आचरण में है।
 
 
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि किस प्रकार वैश्‍विक संकट के दौरान  भारत ने सहयोग का हाथ बढ़ाया था। उन्‍होंने कहा कि भारत की मनोदशा कभी भी विस्‍तारवादी नहीं रही है और भारत वैश्विक विकास और शांति के पक्ष में है। इसी कारण भारत आज ग्‍लोबल साउथ के देशों की आवाज बन सका है। उन्होंने कहा कि यह समय संघर्ष का नहीं, बल्कि संघर्ष की ओर ले जाने वाली स्थितियों की पहचान कर उन्‍हें खत्‍म करने का है।
 
 
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद, ड्रग तस्‍करी और साइबर अपराध सहित कई वैश्‍विक चुनौतियों का की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि भावी  पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्‍य बनाने के लिए इन चुनौतियों से निपटना होगा। श्री मोदी ने कहा कि भारत मानवता प्रथम का पक्षधर है और इसलिए वह ग्‍लोबल साउथ के मुद्दों को उठाता रहा है। ब्राजील में हाल ही में संपन्न जी-20 शिखर सम्‍मेलन में भी इसकी झलक मिली। 
 
 
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने लगभग एक सौ अस्‍सी वर्ष पहले एक भारतीय के गयाना पहुंचने की घटना को याद किया। गयाना का इंडियन अराइवल मॉन्‍युमेन्‍ट इसी का प्रतीक है। श्री मोदी ने उन्‍हें गयाना का सर्वोच्‍च सम्‍मान दिए जाने के प्रति आभार भी प्रकट किया। 
 
 
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने व्‍यापक वैश्विक प्रगति और समृद्धि के लिए महिला केन्‍द्रि‍त विकास को प्राथमिकता देने का आह्वान किया। उन्‍होंने कहा कि 21वीं सदीं में वैश्विक समृद्धि सुनिश्चित करने में महिलाएं महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्‍यापक आदान-प्रदान की आवश्यकता है ताकि युवाओं की क्षमता का पूरा इस्‍तेमाल किया जा सके।
 
 
श्री मोदी ने कहा कि गयाना, भारत और लैटिन अमरीकी महाद्वीप के बीच अवसरों का सेतु बन सकता है। श्री मोदी ने गयाना के सांसदों को भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी गयाना की संसद के विशेष सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। 
 
 
बाद में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने जॉर्जटाउन में महात्‍मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्‍पांजलि अर्पित की और इंडियन अराइवल मॉन्‍युमेन्‍ट को भी देखा।