उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री धाम के कपाट कल दोपहर 12 बजकर 14 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इस वर्ष अब तक आठ लाख से अधिक तीर्थयात्री गंगोत्री धाम के दर्शन कर चुके हैं।
धाम के तीर्थ पुरोहित ने बताया कि कपाट बंद होने के साथ ही मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री से प्रस्थान कर भगवती मंदिर मारकंडे के पास रात्रि विश्राम करेगी और तीन नवंबर को देवी गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखवा में विराजमान हो जाएगी। इसके बाद श्रद्धालु अगले छह माह तक शीतकालीन गद्दीस्थल पर मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे।
वहीं, रुद्रप्रयाग स्थित केदारनाथ धाम और उत्तरकाशी स्थित यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी जोरों पर है। दोनों धामों के कपाट तीन नवंबर को बंद होंगे। कपाट बंद होने से पहले मंदिर को कई क्विंटल फूलों से सजाया गया है। केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित ने बताया कि परंपराओं के अनुरूप मंदिर के गर्भगृह से हक हकूक धारियों ने भगवान केदारनाथ का छत्र निकाला।
इस बीच, बाबा केदार के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है।