गंगा और उसकी सहायक-नदियों में उफान के चलते प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुयी है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा नदी के किनारे स्थित बारह जिलों पटना, वैशाली, बक्सर, भोजपुर, सारण, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार के चौंसठ प्रखंडों की तीन सौ इकसठ पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैं। लगभग तेरह लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में है। आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती की है।
प्रभावित इलाकों में तीन सौ उनतीस सामुदायिक रसोई घर का संचालन किया जा रहा है। साथ ही आठ राहत शिविर भी चलाए जा रहे हैं। इन शिविरों में लगभग चार हजार लोग रह रहे हैं। बाढ़ प्रभावितों के बीच अबतक एक लाख चौदह हजार छह सौ पॉलिथिन शीट और सूखे राशन के उनीस हजार छह सौ पैकेट वितरित किए गये हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक हजार चार सौ नावों का परिचालन किया जा रहा है। साथ ही बीस बोट एम्बुलेंस के माध्यम से लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों के साथ-साथ दवाओं की भी व्यवस्था की गयी है। साथ ही पशुओं के लिए पशु चारा और दवा उपलब्ध कराई जा रही है।
इधर, भागलपुर में गंगा नदी अपने रौद्र रूप में है। हमारे संवाददाता ने बताया कि बरियारपुर-रतनपुर स्टेशन के बीच पुल संख्या- एक सौ पंचानवे के गार्डर पर नदी का पानी पहुंचने के बाद आज आठ जोड़ी ट्रेन रद्द कर दी गयी हैं। वहीं, बीस ट्रेनों का परिचालन परिवर्तित मार्ग से किया जा रहा है।