खालिस्तानी अधिवक्ता और पंजाबी सिख संगत के पूर्व अध्यक्ष गोपाल सिंह चावला ने पाकिस्तानी प्राधिकरणों और खुफिया एजेंसियों पर उत्पीडन का आरोप लगाया। श्री चावला ने कहा कि उन्हें लम्बी हिरासत में रखा गया और उनके खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाए गए। हाल में सामने आए ऑडियो संदेश में श्री चावला ने कहा है कि उन्हें पिछले ढाई वर्ष से कड़ी नजरबंदी में रखा गया और भारत से उनके जीवन को खतरा होने की झूठी कहानी गढी गई। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से है।
चावला ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें अपने परिवार के साथ रहने से लगातार वंचित किया। केवल कुछ बार ही पाकिस्तान के पंजाब सूबे में गुरूद्वारा श्री ननकाना साहेब में उन्हें पत्नी और बच्चों से मिलने की अनुमति दी गई। चावला ने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा समय में पाकिस्तान में तीन सौ से अधिक गुरूद्वारे भू-माफियाओं के प्रभाव में हैं और ये समूह सिख समुदाय के अधिकारों का हनन करते हुए गुरूद्वारों की जमीन को गैर-कानूनी रूप से बेच रहे हैं या लीज पर दे रहे हैं। उन्होंने पूरे विश्व के सिख नेताओं से उनका और पाकिस्तान में सिख धार्मिक स्थलों के कुप्रबंधन का मामला अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने का आग्रह किया।