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अक्टूबर 3, 2024 10:56 पूर्वाह्न

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खगड़िया जिले में कोसी और बागमती नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के कारण कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा बढ़ा

खगड़िया जिले में कोसी और बागमती नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के कारण कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कोसी और बागमती नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से आस-पास के कई जिलांे की सीमा से सटे बेलदौर, चौथम और अलौली प्रखंड में लोगों को बाढ की चिंता सता रही है। बाढ़ के कारण बेलदौर प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक पंचायत के कई गांव टोलों में पानी प्रवेश कर गया है।

 

वहीं, हजारों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है। मानसी-सहरसा रेलखंड पर भी पानी का दबाब पड़ा है। फिलहाल रेलखंड पर  ट्रेनों का आवागमन सामान्य रूप से जारी है। जिला प्रशासन ने चार अक्टूबर तक जिले के करीब एक सौ चौरानवे विद्यालयों में पठन पाठन बंद रखने का आदेश दिया है।

 

इधर, शिवहर जिले केे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी कई स्थानों पर बाढ़ का पानी फैला हुआ है। तरियानी छपरा और बराही जगदीश गांव के लोगों की हालत अभी भी दयनीय है। तरियानी छपरा गांव की मुख्य सड़क के पश्चिमी हिस्से का निचला इलाका पानी में डूबा हुआ है। सैकड़ों लोग बागमती तटबंध और छतौनी- बेलसंड मुख्य सड़क पर शरण लिए हुए हैं। प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों के लिए गांव में राहत शिविर और स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है।

 

वहीं, सीतामढ़ी जिले के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। जिले के बेलसंड और रून्नीसैदपुर समेत नानपुर और बोखड़ा प्रखंड के पंडौल बुर्जूग, पौखरैरा और बनौल पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए जिला प्रशासन ने सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की है।

 

डुमरा इंडोर स्टेडियम में राहत वितरण पैकेट तैयार कराकर बाढ प्रभावित परिवारों के बीच वितरित कराया जा रहा है। इधर, बारिश नहीं होने के कारण बागमती और अधवारा समूह के नदियों के जलस्तर में लगातार गिरावट जारी है।