क्वाड नेताओं ने कहा है कि यह “वैश्विक हित” के लिए संगठन बना है। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और वैश्विक समुदाय की विकास प्राथमिकताओं के समाधान के लिए कई घोषणाएं कीं। इनमें क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल शामिल है, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सर्वाइकल कैंसर के इलाज़ के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी है। इसके अलावा, हिंद–प्रशांत में समुद्री प्रशिक्षण पहल – मैत्री की घोषणा की गई। क्वाड नेताओं ने अगले वर्ष क्वाड–एट–सी शिप ऑब्जर्वर मिशन शुरू करने की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य परस्पर सहयोग में सुधार करना और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाना है। “क्वाड पोर्ट्स ऑफ द फ्यूचर पार्टनरशिप” की भी घोषणा की गई, जिसके तहत क्वाड देश बंदरगाह ढांचे को मजबूत बनाएंगे। क्वाड नेताओं ने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के विकास और कार्यान्वयन के लिए सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क बनाने की भी घोषणा की।
भारत ने मॉरीशस के लिए एक वेब-पोर्टल बनाने की भी घोषणा की जो अंतरिक्ष की सहायता से मौसम और जलवायु पर नज़र रखने में सहायक होगा। इसके अलावा, हिंद-प्रशांत क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए क्वाड स्टेम फेलोशिप शुरू की गई है। इससे इन देशों के विद्यार्थी भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित तकनीकी संस्थान में स्नातक स्तर की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे।