कोलंबो में बुनियादी ढांचे के विकास और तरल प्राकृतिक गैस- एलएनजी की आपूर्ति के लिए भारतीय कंपनी ‘पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड’ और श्रीलंका स्थित एक निजी कंपनी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। श्रीलंका की ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकरा और भारत के उप उच्चायुक्त डॉ. सत्यांजल पांडे समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के गवाह बने। यह समझौता संधारणीय ऊर्जा उत्पादन की दिशा में द्विपीय राष्ट्रों के प्रयासों को बढ़ावा देगा। समझौता ज्ञापन कोलंबो के पास केरावलापिटिया में एक हजार मेगावाट से अधिक क्षमता वाले एलएनजी आधारित बिजली संयंत्रों के विकास के साथ-साथ कोच्चि एलएनजी टर्मिनल से ईंधन की आपूर्ति की अनुमति देगा। इस दौरान श्री विजेसेकरा ने संकट के दौरान श्रीलंका को दिए गए समर्थन के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन घरों और अन्य घरेलू आवश्यकताओं में ईंधन के रूप में एलएनजी के उपयोग के लिए भी प्रावधान करेगा।