केरल में राज्य चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 51 डॉक्टरों को सरकारी सेवा से निष्कासित कर दिया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती वीणा जॉर्ज ने बताया कि यह डॉक्टर अपनी सेवा से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित थे। कुछ डॉक्टर पहले अवकाश पर थे और बाद में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हो गए। जबकि कुछ डॉक्टरों ने विदेशों में अन्य संस्थानों में सेवाएं देना शुरू कर दिया।
डॉक्टरों की कार्य पर लम्बे समय से जारी अनुपस्थिति से सरकारी चिकित्सा संस्थानों के परिचालन में असुविधा हो रही है। सरकार का यह निर्णय कई सामाजिक संस्थानों सहित तिरूवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज के संकाय सदस्यों के प्रदर्शन के बाद आया है। यह लोग चिकित्सा संस्थानों चिकित्सकों और आधारभूत सुविधाओं की कमी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।