राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केरल में अनुसूचित जाति समुदाय की एक लड़की के साथ कथित यौन शोषण और इस मामले में 44 आरोपियों की गिरफ्तारी का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने एक वक्तव्य में कहा कि यदि मीडिया रिपोर्ट्स सही हैं, तो यह पीड़िता के मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है।
एनएचआरसी ने केरल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, पीड़िता के स्वास्थ्य, चिकित्सा देखभाल, परामर्श और दिए गए किसी भी मुआवजे के बारे में जानकारी मांगी है।