केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में यह चुनाव 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह पहला प्रमुख चुनाव है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और एक निर्दलीय उम्मीदवार के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। इस चुनाव में एक लाख 84 हजार 804 लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। लद्दाख देश के उन चुनाव क्षेत्रों में है जो क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा है और जहां दुर्गम और कठिन क्षेत्रों में मतदान केंद्र हैं।
प्रशासन ने 579 मतदान केंद्र बनाए हैं जिनमें सियाचिन ग्लेशियर आधार शिविर से लगा वार्शी गांव और भारत-चीन सीमा के पास 15 हजार 520 फुट की ऊंचाई पर स्थित एनले फू गांव भी शामिल हैं। वार्शी गांव में एक परिवार के मात्र पांच मतदाता हैं।
1967 तक लद्दाख गांदरबल संसदीय क्षेत्र का हिस्सा हुआ करता था लेकिन परिसीमन के बाद इस अकेली लोकसभा सीट पर अब तक 13 आम चुनाव हो चुके हैं। मौजूदा चुनाव चौदहवां आम चुनाव है।