केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में निजी क्षेत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। नई दिल्ली में व्यापार संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान श्रीमती सीतारमण ने देश के विकास की आवश्यकता पर बल दिया। विभिन्न आर्थिक आकलनों का हवाला देते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि अगले पांच वर्ष में भारत वैश्विक विकास में 18 प्रतिशत का योगदान देगा।
भारत की विनिर्माण क्षमता और सहयोग क्षेत्र में शक्ति पर जोर देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और भी अधिक गति से आगे बढ़ेगी। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि देश का विकास नीतियों की स्थिरता के कारण संभव हो सका है। हरित अर्थव्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा का विकास हमारी जिम्मेदारी है।