वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने न्यूज़ीलैंड की अपनी आधिकारिक यात्रा के दूसरे दिन कई उच्च स्तरीय बैठकें कीं। इन बैठकों का उद्देश्य भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच व्यापार, निवेश, संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करना था।
इससे पहले, रोटोरूआ जाते समय, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एयर न्यूज़ीलैंड के सीईओ निखिल रविशंकर से मुलाकात की। उन्होंने भारत के तेज़ी से बढ़ते विमानन क्षेत्र की चर्चा की और विमान सेवाओं तथा पर्यटन में सहयोग मज़बूत करने के लिए महत्वपूर्ण अवसरों को रेखांकित किया। चर्चाएँ क्षेत्रीय और वैश्विक संपर्क बढ़ाने में एयरलाइन की भूमिका पर केंद्रित रहीं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने समकक्ष टॉड मैक्ले के साथ भारत-न्यूज़ीलैंड सीईओ गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता भी की। इस गोलमेज सम्मेलन में दोनों देशों के प्रमुख व्यापारिक प्रतिनिधि एक साथ आए। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के तेज़ी से विकसित होते आर्थिक परिदृश्य पर प्रकाश डाला और कहा कि प्रौद्योगिकी, कृषि, शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में अधिक सहयोग से विकास के नए रास्ते खुल सकते हैं।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि गोलमेज सम्मेलन में उपस्थित कई व्यापारिक नेता भारतीय मूल के थे। उन्होंने न्यूज़ीलैंड की कंपनियों से इस साझा यात्रा में भारतीय उद्योग के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ने का आह्वान किया, जो दोनों पक्षों के लिए पारस्परिक लाभ और दीर्घकालिक मूल्य की है।
वाणिज्य मंत्री ने न्यूज़ीलैंड में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के समारोह में भी भाग लिया। इस अवसर पर भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उनसे अपनी विशेषज्ञता और अनुभव के माध्यम से भारत की विकसित भारत यात्रा में और योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत के प्रति उनकी गर्मजोशी, गर्व और स्थायी जुड़ाव वास्तव में उत्साहजनक है।