केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओरांव ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार जनजातीय क्षेत्रों में यह समारोह आधुनिक योग के साथ स्वदेशी कल्याण प्रथाओं के अनूठे सम्मिलन को उजागर करेगा। श्री ओरांव ने आज नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए मंत्रालय की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
श्री ओरांव ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह केवल एक व्यायाम नहीं है, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य का मार्ग है। योग दिवस समारोह के अंतर्गत 477 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के लगभग एक लाख 40 हजार विद्यार्थियों तथा 10 लाख से अधिक जनजातीय नागरिकों के भाग लेने की संभावना है।