विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट कल भैया दूज के पावन पर्व पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस वर्ष 16 लाख 52 हजार 76 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ के दर्शन किए। इस यात्रा काल में घोड़ा-खच्चर, हेलिकॉप्टर और डंडी-कंडी से 2 अरब 53 करोड़ रूपये का कारोबार हुआ।
केदारनाथ यात्रा में घोड़ा-खच्चर, हेलिकॉप्टर और डंडी-कंडी ने कारोबार को नई दिशा दी है। साथ ही हजारों परिवारों की आजीविका को भी बल मिला है। विषम परिस्थितियों के बावजूद यात्रा को लेकर श्रद्धालुओ का उत्साह अपने चरम पर रहा, जिससे कारोबार को भी रफ्तार मिली। इस यात्रा काल में पहली बार हेलीकॉप्टर कंपनियों ने अपना कारोबार 1 अरब के पार पहुंचाया, जबकि घोड़े-खच्चरों के संचालकों ने इस यात्रा काल में 1 अरब 6 करोड़ 88 लाख 96 हजार रुपये का कारोबार कर रिकार्ड बनाया।
इस बार पशुपालन विभाग ने यात्रा के लिए 8 हजार 200 घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण किया था। इस वर्ष 9 मई से 2 नवंबर तक सोनप्रयाग व गौरीकुंड से पूरे यात्राकाल में 3 लाख 34 हजार 30 यात्री घोड़ा-खच्चरों से केदारनाथ पहुंचे थे। वहीं, 1 लाख 45 हजार 594 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर घोड़ा-खच्चर से गौरीकुंड व सोनप्रयाग लौटे।