उत्तराखण्ड में पर्यटन और चारधाम यात्रा, राज्य की महिलाओं को रोजगार से जुड़ने के बेहतर अवसर उपलब्ध करा रहे हैं। केदारनाथ यात्रा पर साढ़े सोलह लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने से जहां इस बार राज्य में पर्यटन को गति मिली, वहीं बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से महिला स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
इस वर्ष केदारनाथ यात्रा से जुड़े विभिन्न महिला समूहों ने लगभग एक करोड़ रुपए का कारोबार किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब तीस लाख रुपए अधिक है। मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती ने बताया कि केदारनाथ में दुनियाभर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को मुख्य तौर पर केदारनाथ धाम के लिए महाप्रसाद, धाम का सोवेनियर, धूप, चूरमा, बेलपत्री, शहद, जूट और रेशम के बैग तथा चारधाम के तोरण बनाकर महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा सरस रेस्तरां एवं आउटलेट, हिलांस कैफे तथा बेकरी संचालन के माध्यम से भी मातृशक्ति को आजीविका से जोड़ा गया।