केंद्र सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मरीज के साथ रह रहे परिजनों और अन्य हाई रिस्क ग्रुप के लिए सी-वाय टीबी स्किन टेस्ट की शुरुआत की गई है। भोपाल में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा प्रभाकर तिवारी ने बताया कि इस टेस्ट से टीबी इन्फेक्शन की सटीक जानकारी मिलती है।
इस टेस्ट के परिणाम के लिए व्यक्ति को 48 से 72 घंटे के बीच पुनः स्वास्थ्य संस्था में आना होता है। यहां पर चिकित्सक अथवा स्वास्थ्य कर्मी द्वारा त्वचा के उसे हिस्से का परीक्षण किया जाता है जहां पर जांच के सॉल्यूशन लगाया गया था। टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर ट्यूबरक्लोसिस प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट दिया जाता है। इस इलाज से भविष्य में टीबी होने की संभावना खत्म हो जाती है।