केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि इस वर्ष तक भारत से तपेदिक-टीबी को खत्म करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि विश्व ने 2030 तक टीबी को सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।
आज ओडिशा के पुरी में भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में अच्छी, अनुकरणीय प्रथाओं और नवाचार पर 9वें राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा 2017 में नई स्वास्थ्य नीति अपनाने के बाद बहुत सारे सुधार हुए हैं। मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर वैश्विक कमी दर से दोगुनी कम हो गई है, जबकि मलेरिया पर काफी हद तक अंकुश लगा है।
श्री नड्डा ने कहा कि उनका मंत्रालय कैंसर रोगियों के लिए देश के हर जिले में डे केयर सेंटर खोलने पर विचार कर रहा है, जहां कैंसर का पता चलने के 30 दिनों के भीतर उपचार दिया जा सके। उन्होंने बताया कि भारत की 90 प्रतिशत आबादी को ‘आयुष्मान भारत’ योजना का लाभ मिल रहा है।
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मुकेश महालिंग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य सचिव भाग ले रहे हैं।