केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल आज ईरान के लिए रवाना हो गए। उनकी यात्रा के दौरान भारत और ईरान के बीच महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह समझौते पर हस्ताक्षर होंगे। इससे भारत को ओमान की खाड़ी के पास ईरानी तट स्थित चाबहार बंदरगाह के लंबे समय तक उपयोग की अनुमति मिलेगी। इससे ईरान से होते हुए दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के बीच व्यापार का नया रास्ता भी खुलेगा तथा व्यापारियों को संवेदनशील और व्यस्त फारस की खाडी और होर्मुज जलडमरू मध्य से वैकल्पिक पारगमन मार्ग तलाशने का अवसर मिलेगा।
लोकसभा चुनाव के दौरान श्री सोनोवाल की ईरान यात्रा से भारत के लिए ईरान, अफगानिस्तान और अन्य मध्य एशियाई देशों के साथ व्यापार के लिए चाबहार बंदरगाह का महत्व स्पष्ट होता है।
भारत चाबहार बंदरगाह को अंतरराष्ट्रीय दक्षिण पूर्व परिवहन कॉरिडोर के तहत महत्वपूर्ण पारगमन केन्द्र बनाना चाहता है।