केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश में एक मजबूत गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए सरकार ‘जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट’ मंत्र के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में पिछले 10 वर्षों के गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों में 106 से 732 उत्पादों तक की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। श्री गोयल ने आज नई दिल्ली में पहले भारतीय फाउंडेशन गुणवत्ता प्रबंधन -आईएफक्यूएम सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
2047 तक विकसित भारत के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आंदोलन का शासन विषय पर श्री गोयल ने कहा कि भारत ने एक ऐसी व्यवस्था स्थापित की है जिसमें खिलौना निर्माताओं को हर संभव सुविधा प्रदान की जाती है। जिसकी वजह से आज भारत ने खुद को एक आयातक से खिलौना निर्यातक के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) तक गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करने के लिए सरकार के साथ साझेदारी करने का भी आह्वान किया।