केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने आज गुवाहाटी में आठ दिवसीय “पूर्वोत्तर आदि महोत्सव” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री ओराम ने कहा कि जनजातीय कार्य मंत्रालय जनजातीय समुदाय के त्वरित विकास के लिए काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय का पुनर्गठन किया गया है और आदिवासियों के कल्याण के लिए बजटीय आवंटन बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल आदिवासियों के उत्थान के लिए तीन करोड पचास लाख रुपये खर्च किए जाएंगे और आदिवासी बहुल इलाकों में 25 हजार किलोमीटर सड़कें विकसित की जाएंगी। पूर्वोत्तर आदि महोत्सव आदिवासी शिल्प, चिकित्सा, संस्कृति और व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित एक महोत्सव है। इसका आयोजन जनजातीय कार्य मंत्रालय और ट्राइफेड द्वारा किया गया है। यह महोत्सव 15 नवंबर 2024 को समाप्त होगा। महोत्सव में आदिवासी कला, शिल्प और व्यंजनों का प्रदर्शन और बिक्री होगी, जिसमें 13 राज्यों के शिल्पकार, रसोइये और कलाकार अपनी समृद्ध पारंपरिक संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे। इस अवसर पर जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री दुर्गादास उइके और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।