केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज उत्तर प्रदेश के नोएडा में सरस आजीविका मेले का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इस मेले का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को उनकी आजीविका और समावेशी विकास को बढ़ावा देने में सहायता करना है। यह प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2025 का 5वां संस्करण है, जिसे ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष मेले का विषय परंपरा, कला और संस्कृति है, जिसमें स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदियों की निर्यात क्षमता के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस अवसर पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी और कमलेश पासवान भी मौजूद रहेंगे।
सरस आजीविका मेला 2025 में विभिन्न राज्यों के हथकरघा उत्पादों, साड़ियों और ड्रेस सामग्री का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जाएगा। इस मेले में लोग 30 राज्यों के स्वयं सहायता समूहों की ओर से तैयार किए गए उत्पादों को देख सकते हैं। मेले में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए दो सौ स्टॉल लगाये गए हैं जिन पर हथकरघा, हस्तशिल्प और प्राकृतिक खाद्य उत्पादों को बिक्री के लिए प्रदर्शित किया जायेगा। इस मेले में देश भर से स्वयं सहायता समूहों के लगभग 450 सदस्य भाग ले रहे हैं। यहां लगे फूड स्टॉल पर अदरक, चाय, दाल, कॉफी, पापड़, सेब जैम और अचार जैसे प्राकृतिक खाद्य उत्पाद उपलब्ध हैं। मेले में वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है और साथ ही बच्चों के लिए तथा माताओं के लिए भी विशेष क्षेत्र बनाए गए हैं।
सरस मेल में आने वाले लोगों को भिन्न-भिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने का भी अवसर मिलेगा। नोएडा हाट में जहां पर यह मेला लगा है वहां स्वयं सहायता समूहों की दीदीयों की निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित निर्यात संवर्धन पैविलियन भी बनाया गया है। यह मेला 10 मार्च तक चलेगा।