केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आपातकाल कांग्रेस की सत्ता की भूख से प्रेरित अन्याय का युग था। संविधान हत्या दिवस के अवसर पर आज श्री शाह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि आपातकाल कोई राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं थी, बल्कि यह कांग्रेस और एक व्यक्ति की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता का प्रतिबिंब था। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान प्रेस की स्वतंत्रता को कुचला गया, न्यायपालिका के हाथ बांध दिए गए और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया। श्री शाह ने कहा कि यह दिन सभी को यह भी याद दिलाता है कि जब सत्ता तानाशाही में बदल जाती है, तो जनता में उसे उखाड़ फेंकने की ताकत होती है।
श्री शाह ने इस संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति देने वालों को भी श्रद्धांजलि दी। श्री शाह ने कहा कि आपातकाल ने देश के लोगों को बहुत पीड़ा और तकलीफ दी। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी इसे समझे, इसके लिए केंद्र सरकार ने इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित किया है।