अपनी अनूठी परम्परा के लिये देश-विदेश में मशहूर कुल्लू दशहरा आज भगवान श्री रघुनाथजी की रथ यात्रा के साथ ही आरंभ हो गया। भगवान राम को यहाँ रघुनाथजी के रूप में जाना जाता है तथा वे घाटी के आराध्य देव हैं। भगवान रघुनाथ को पालकी में बिठाकर शोभा यात्रा के रूप में उनके सुल्तानपुर स्थित मंदिर से वाद्य यंत्रों की धुनों के बीच ढालपुर मैदान तक लाया गया तथा वहां से उन्हें लकड़ी के बने सुन्दर रथ पर बिठाकर उनके अस्थाई शिविर तक ले जाया गया जहाँ वे सात दिन तक रहेंगे। रथ को हजारों लोगों ने रस्से से खींचा।
दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से आये हज़ारों लोग पारम्परिक वेश-भूषा में मेले की खूब रौनक बढ़ा रहे थे। इस अवसर पर भगवान रघुनाथजी के छड़ीबरदार महेश्वर सिन्ह राज परिवार के अन्य सदस्यो के साथ उपस्थित थे। इस रथ यात्रा में ज़िला के दूर-दराज के क्षेत्रों से आये 100 से अधिक देव-देवताओं ने भाग लिया व मेले की शोभा बढ़ाई। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल आज भगवान रघुनाथजी की रथ यात्रा के साक्षी बने और उन्होने लोगों को दशहरे की शुभकामनाएं दी।
रथ मैदान कुल्लू के मंच पर उनके साथ लेडी गर्वनर , उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर ठाकुर , न्यायाधीश संजय करोल, मनाली के विधायक भुवनेशवर गौड़, बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी तथा आनी के विधायक लोकेन्द्र कुमार भी राज्यपाल के साथ उपस्थित रहे।
14 अक्तूबर को सांस्कृतिक परेड का आयोजन किया जाएगा और 19 अक्तूबर को कुल्लू कार्निवल होगा जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यक्रमों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली झांकियां शामिल होंगी। सांस्कृतिक संध्याओ मे देश-विदेश के लोककलाकारो सहित बालीवुड के पार्श्व गायक अपने कार्यक्रमो से दर्शको का मनोरंजन करेंगे।
मेले मे करोड़ो रूपए का कारोबार भी होता है व लोग आने वाले सर्दी के लिए गर्म कपड़ो सहित अन्य जरूरी सामान की खरीददारी करते है।