सितम्बर 6, 2024 6:08 अपराह्न

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कुल्लू जिला में झमाझम बारिश का दौर, गर्मी से लोगों को मिली राहत

कुल्लू जिला में बीती रात से ही झमाझम बारिश का दौर लगातार चल रहा है जिसके चलते किसानो, बागबानो व मजदूरों के कार्य प्रभावित हुए हैं। बेमौसमी बरसात से किसानो – बागबानों की तैयार फसलों को नुकसान हो रहा है जिसके चलते किसानों बागबानो को चिंता सता रही है और आर्थिक तौर पर भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।  कुल्लू जिला में इस बार बरसात में सामान्य से कम बारिश हुई है जिसके चलते सेब, नाशपाती, पलम सहित अन्य फलदार फसलों का अच्छा साइज नहीं बन पाया। वही कई फैसले समय पर बारिश न होने से खराब हुई है।  कुल्लू जिला में आजकल जहां सेब तोड़ने का कार्य कई क्षेत्रों में जोरो ओर चल रहा है और दूसरी तरफ घास कटाई का कार्य भी किसान कर रहे हैं तथा बारिश होने से कार्य प्रभावित हुए हैं। 

स्थानीय निवासी जीवन शर्मा ने कहा कि कुल्लू जिला में बीती रात से ही लगातार अच्छी बारिश हो रही है।  उन्होंने कहा कि गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बरसात में बहुत कम बारिश हुई है और किसानों बागवानों के लिहाज से मानसून सीजन अच्छा नहीं रहा है।  उन्होंने कहा कि अब जाते-जाते मानसून बारिश हो रही है लेकिन इस मौसम से फसलों को कोई फायदा नहीं मिलेगा।  उन्होंने कहा कि आगामी फसलों के लिए खेतों में नमी होगी और उससे फायदा आने वाले समय में मिल सकता है।

स्थानीय निवासी दीप कुमार ने कहा कि अब जाते-जाते बरसात में यह जो बारिश हो रही है इसका किसने बागबानो को कोई खास फायदा नहीं मिलेगा।  उन्होंने कहा कि बहुत सारी फैसले तैयार हो रही है और ऐसे में इस वक्त बारिश की जरूरत नहीं है।  उन्होंने कहा कि बागबान जहां सेब की फसल निकाल रहे हैं वही किसान भी कई फसलों की कटाई कर रहे हैं और घास कटाई का कार्य अभी जोरों पर चल रहा है जिस कार्य प्रभावित हुआ है।उन्होंने कहा कि इस बार कुल्लू जिला में बहुत कम बारिश हुई है और जब फसलों के लिए बारिश की जरूरत थी तब बारिश नहीं हुई और अब जब फैसले तैयार हुई है अब बारिश होने से उसका कोई ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा।  उन्होंने कहा कि मौसम में बदलाव हुआ है जब बारिश होनी चाहिए थी तब बारिश नहीं हो रही है और सर्दियों में भी जब बर्फबारी होनी चाहिए तब बर्फबारी नहीं हो रही है कहीं ना कहीं पर्यावरण बदलाव का असर किसने भगवानों पर भी पड़ रहा है।