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मार्च 2, 2025 6:42 अपराह्न

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किन्नौर का एक मात्र क्षेत्रीय अस्पताल रिकॉग पियो की सुरक्षा अब एक अप्रैल से आउटसोर्स कर्मी  को दिया जा रहा हैं

किन्नौर का एक मात्र क्षेत्रीय अस्पताल रिकॉग पियो की सुरक्षा अब एक अप्रैल से आउटसोर्स कर्मी  को दिया जा रहा हैं। इस सुरक्षा का जिम्मा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर आमंत्रित किया है  जिस मे निजी कंपनी की 4 ठेकेदारों ने अपनी निविदाएं मुख्या चिकत्सक अधिकारी रिकोग पियो को समिट किया था। स्वास्थ्य विभाग इन निविधियों का खोल दिया है आज कल  टेंडरों की हिसाब से शर्तों की जांच पड़ताल किया जा रहा है जिस भी निजी कंपनी के ठेकेदार का सब  से कम रेट होगा।
 
 
उसी को क्षेत्रीय अस्पताल रिकॉग पियो का  सुरक्षा  का जिम्मा आउटसोर्स कर्मी 10 सुरक्षा गार्ड और 2 सुपरवाइजर के आउटसोर्स के माध्यम से  करना होगा। पिछले वित्तीय वर्ष  में भी अस्पताल का सुरक्षा के लिए टेंडर लिया था मगर उचित शर्तों  की कमी के कारण l टेंडर को रद्द करना पड़ा था। फिर इसे होमगार्ड को दिया गया।
 
 
एक मात्र किन्नौर का सबसे बड़े अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था अब अप्रैल से  आउटसोर्स  कर्मी पर होगी। इसके लिए प्राथमिक चरण में 10 सुरक्षा गार्ड और 2 सुपरबाइजर की नियुक्ति करना होगा।अस्पताल में निजी कंपनी की ओर से आउटसोर्स कर्मी  को  तैनात किए जाएंगे।
 
आज से पहले क्षेत्रीय अस्पताल  रिकॉग पियो में  सुरक्षा 8 गृह रक्षक  होमगार्डों  और एक सुपरवाइजर  के हवाले होता आ रहा है  होमगार्ड की ओर से दिन रात व्यवस्था को बनाया जाता था। गौर रहे कि क्षेत्रीय  चिकित्सालय  रिकॉग पियो में मरीजों   का  काफी भीड़ रहती है।
 
 
दिन में ओपीडी होने के कारण अस्पताल में लंबी कतारें देखने को मिलती है। लंबी कतारों में सुरक्षा कर्मी  ही स्मालते थे इसी के साथ बारी को लेकर कोई लड़ाई-झगड़ा न हो इस चीज पर भी कर्मी ध्यान रखते हैं। जबकि वार्ड में चोरी की घटनाओं को रोकने और मरीजों की सुरक्षा का जिम्मा भी अभी तक होमगार्ड के पास था।
 
 
– डॉ. सोनम नेगी  मुख्या चिकित्साक अधिकारी,  रिकॉग पियो ने कहा कि निजी कंपनी के 4 ठेकेदारों ने टेंडर दिया था।  टेंडर के शर्तों के   हिसाब से  जॉच पड़ताल किया जा रहा है  सब से कम रेट बले निजी कंपनी ठेकेदारों ने को दिया जाएगा। 10 सुरक्षा कर्मी और 2 सुपरवाइजर रखने होगे।
 
 आज तक अस्पताल में होमगार्ड की कर्मियों ही सेवा दे रहे है। पिछले साल भी निजी कंपनी को देने के लिए टेंडर दिया था मगर किसी भी  ठेकेदार का  सुरक्षा के माप दंड पर उचित पैमाना नहीं होने पर रिजेक्ट किया था।