77वें कान फिल्म महोत्सव में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफ.टी.आई.आई.) के छात्र चिदानन्द एस. नायक और उनकी टीम ने फिल्म ”सन फ्लावर्स वर द फर्स्ट वन्स टू नो” के लिए ‘ला-सिनेफ’ पुरस्कार जीता है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि यह भारतीय सिनेमा के लिए ऐतिहासिक क्षण है और भारतीय फिल्मों को अब अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी सम्मान मिल रहा है।
इस महोत्सव में भारत से विभिन्न श्रेणियों में कई प्रविष्टियाँ भेजी गई थीं। एफटीआईआई के कई पूर्व छात्र जैसे पायल कपाड़िया, मैसम अली, संतोष सिवन को भी इस साल के कान फिल्म महोत्सव में सम्मान मिला है।