कल से सावन माह की शुरुआत हो रही है। इसे देखते हुए प्रदेशभर के शिव मंदिरों में तैयारियां पूरी की जा रही है। भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन के लिये सावन माह में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। विश्वनाथ धाम के साथ ही पूरे काशी में शिवालयों में साफ-सफाई और साज़ सजावट का कार्य अंतिम चरण में हैं। काशी न पहुंच पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने ऑनलाइन व्यवस्था की है। मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट www.skvt.org पर श्रद्धालु कहीं से भी बाबा विश्वनाथ का ऑनलाइन दर्शन, पूजन, रुद्राभिषेक और रुद्री पाठ की सुविधा पा सकेंगे। वहीं मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए छह स्थानों पर बड़ी एलईडीस्क्रीन लगाई गई है, जिस पर वे बाबा का दर्शन, गर्भगृह में चल रही पूजा-आरती व राग-भोग का दर्शन कर सकेंगे।
उधर, बाराबंकी के प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेवा में भी बड़ी संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। सावन माह में यहां मेला भी आयोजित किया जाता है। आज रात्रि से श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना शुरू हो जायेगा।
इसके चलते लखनऊ, गोंडा और बहराइच हाईवे पर मध्य रात्रि से रूट डायवर्ट रहेगा। वहीं लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर, बुद्धेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर सहित अन्य शिवालयों में जलाभिषेक के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है।
इसके चलते लखनऊ, गोंडा और बहराइच हाईवे पर मध्य रात्रि से रूट डायवर्ट रहेगा। वहीं लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर, बुद्धेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर सहित अन्य शिवालयों में जलाभिषेक के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है।