पश्चिम बंगाल सहित आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मादक पदार्थ निरोधक कार्यबल के प्रमुखों का पहला क्षेत्रीय सम्मेलन नागालैंड पुलिस परिसर चुमौकेदिमा में कल शुरू हुआ। नागालैंड पुलिस, नशा मुक्त भारत मिशन के तहत मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो के सहयोग से दो दिन का यह सम्मेलन आयोजित कर रही है। इसका मुख्य उद्देश्य मादक पदार्थों की आपूर्ति पर अंकुश लगाना तथा प्रवर्तन, पुनर्वास और नशामुक्ति पर ध्यान केंद्रित करना है।
नागालैंड के पुलिस महानिदेशक रूपिन शर्मा ने मादक पदार्थों के विरुद्ध लड़ाई में पूर्वोत्तर को महत्वपूर्ण क्षेत्र बताते हुए इन राज्यों के सामने आने वाली चुनौतियों का उल्लेख किया। उन्होंने मादक पदार्थ अधिनियम 1985 में संशोधन और पूर्वोत्तर मादक पदार्थ तस्करी निरोधक एजेंसी के गठन सहित नीतिगत स्तर पर सुधारों का भी आह्वान किया।
इस बीच, मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो के महानिदेशक अनुराग गर्ग ने इस संकट से निपटने के लिए केंद्र और राज्य प्रवर्तन विभाग तथा खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के बीच मजबूत समन्वय पर बल दिया। इस सम्मेलन में मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय तथा पश्चिम बंगाल के अलावा सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के पुलिस अधिकारी भाग ले रहे हैं।