केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरीराज सिंह ने आज कहा है कि कला और शिल्प के क्षेत्र में एक करोड़ कारीगर काम कर रहे हैं और उन्हें तकनीकी सहायता, नवाचार और बेहतर बाजार की आवश्यकता है।
श्री सिंह आज शाम राष्ट्रीय फैशन तकनीकी संस्थान पटना में तीन दिवसीय क्राफ्ट बाजार की शुरुआत के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
वस्त्र मंत्री ने कहा कि कपड़ा और शिल्प क्षेत्र में काम करने वाले संस्थानों को ऐसी प्रणाली विकसित करनी होगी, जिससे इन कारीगरों को उनके कौशल और प्रतिभा का लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि इन पारंपरिक कारीगरों का अस्तित्व बनाए रखने के लिए प्रचलित फैशन के साथ सहयोग और विपणन कौशल बहुत महत्वपूर्ण है और एनआईएफटी जैसे संस्थान बहुत योगदान दे सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय ऊन के विकल्प के रूप में शाकाहारी जूट जैसे पारंपरिक धागों के कई विकल्पों पर काम कर रहा है। बिहार और झारखंड के तीस कारीगर इस क्राफ्ट बाजार में अपनी कला, शिल्प और हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं।