कर्मचारी चयन आयोग ने कहा है कि आयोग निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षाएँ आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। नई दिल्ली में आज आयोग के अध्यक्ष एस. गोपालकृष्णन ने बताया कि आयोग ने तकनीकी खामियों और कदाचारों को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए इस वर्ष जुलाई के बाद पहली बार आधार प्रमाणीकरण का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे परीक्षार्थियों के बार-बार कई सत्रों में परीक्षा देने के प्रयासों को नियंत्रित करने में सहायता मिली है।
परीक्षा में प्रश्नों के दोहराव के बारे में श्री गोपालकृष्णन ने कहा कि प्रश्नों की ज़िम्मेदारी अलग कर अन्य चयनित एजेंसियों को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मानक सेवाएँ प्रदान करने में विफल रहने वाली एजेंसियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा के बारे में आयोग ने कहा है कि यह परीक्षा सितंबर के मध्य से आयोजित की जाएगी।