कनाडा ने टोरंटो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन की निंदा की है। प्रदर्शन के दौरान विदेश मंत्री अनीता आनंद और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीरों पर गोली चलाते हुए दो लोगों की तस्वीर प्रदर्शित की गई थी। अधिकारियों ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और जवाबदेही की माँग की।
कथित तौर पर खालिस्तानी आंदोलन से जुड़े सिख चरमपंथी समूहों द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में खालिस्तानी झंडे, नकली फांसी और श्रीमती गांधी की हत्या से संबंधित तस्वीरें प्रदर्शित की गईं। कुछ कार्यकर्ताओं ने आनंद पर कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति के तहत द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने के लिए अक्टूबर में भारत की यात्रा के बाद भारत का पक्ष लेने का आरोप लगाया।
अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री रणदीप एस. सराय ने कहा कि इस तरह की हरकतें लोकतंत्र को कमज़ोर करती हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा में इसके लिए कोई जगह नहीं है। वहीं, जन सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने विरोध प्रदर्शन को घृणित और अस्वीकार्य बताते हुए नफ़रत फैलाने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का आग्रह किया।
यह घटना कनाडा-भारत संबंधों में सुधार के बीच हुई है, जिसमें उच्चायुक्तों की बहाली और नए सिरे से सुरक्षा वार्ता शामिल है।