औरंगाबाद जिले के बारूण, ओबरा और दाउदनगर प्रखंड के तटवर्ती इलाकों में सोन नदी का पानी फैलने लगा है। इधर, नालंदा से हमारे संवाददाता ने बताया कि जिले से होकर गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी से तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। झारखंड के तिलैया डैम से पानी छोड़े जाने के बाद जिले के करायपरशुराय और बिंद प्रखंड से गुजरने वाली सभी छोटी और बड़ी नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुयी है।
नदियों का पानी खेतों में फैला गया है, जिससे धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
इधर, लोकाईन नदी के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के चलते हिलसा प्रखंड में लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेने का परामर्श जारी किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है।
इधर, केन्द्रीय आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुनपुन, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदी का जलस्तर भी कई स्थानों पर लाल निशान से ऊपर चला गया है।