वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर ने त्वरित, निर्णायक और सटीक हमला करने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन किया है। चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में पासिंग आउट परेड को सम्बोधित करते हुए उन्होंने नए अधिकारियों से राष्ट्र सेवा में एकता की भावना बनाए रखने की अपील की। इस परेड के माध्यम से 130 पुरुष और 25 महिला अधिकारी कैडेटों ने सेना में कमीशन किया है। ओटीए में मित्र देशों के 9 पुरुष और 12 महिला सहित 21 विदेशी कैडेटों ने भी प्रशिक्षण पूरा किया।
एयर चीफ मार्शल ने परेड में आधुनिक युद्धकला और एकीकृत कार्रवाई की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से सेना, नौसेना, वायु सेना और अन्य राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के बीच सफल तालमेल साबित हुआ है। उन्होंने कैडेटों से कहा कि सशस्त्र बल संकट की घड़ी में पहले कार्य करने वाले प्रमुख बल हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविक ताकत, व्यक्तिगत उत्कृष्टता में नहीं है, बल्कि टीम वर्क और संयुक्त कार्रवाई क्षमता में है। उन्होंने कैडेटों को अपनी भूमिका समझने और सहयोगी अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री सिंह ने कहा कि कोई भी सेवा नभ, जमीन और समुद्र में अकेले काम नहीं कर सकती है।
समारोह के दौरान उत्कृष्ट कैडेटों की पहचान की गई। राज विश्वास को Sword of Honour और रजत पदक मिला। पारुल ददवाल को स्वर्ण पदक और प्रांजल दीक्षित को कांस्य पदक प्रदान किया गया।