इसरो चेयरमैन वी नारायणन ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैटेलाइट 24 घंटे सक्रिय थी और पूर्ण रूप से आवश्यकताओं को पूरा कर रही थी। श्री नारायणन ने इस बात पर भी जोर दिया कि इसरो स्थानीयकरण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा दे रहा है। वहीं अंतरिक्ष उद्यमिता को भी प्रोत्साहित कर रहा है ताकि देश को वैश्विक अंतरिक्ष नेतृत्व की दिशा में अग्रसर किया जा सके।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि भारत की सशस्त्र सेनाएं स्वदेशी रक्षा उत्पादन, निर्यात और नवाचार के माध्यम से विकास को गति दे रही हैं। साथ ही सुरक्षा और राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता को मजबूत कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे लक्ष्य लगातार बदलते रहे हैं क्योंकि हमारा प्रतिद्ववंदी भी लगातार अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें यह पूर्ण रूप से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी तकनीक प्रतिद्ववंदी के तकनीकी प्रभाव को मात देने में सक्षम हो।