विदेश मंत्रालय ने बताया है कि ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भारतीय वायु सेना के पांच विमान म्यांमा के यांगून और नेप्यीडॉ में उतारे गए हैं। दो सी-17 विमानों में 10 टन आपदा प्रबंधन सामग्री, 60 पैरामेडिकल एंबुलेंस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मी सवार थे।
इससे पहले, भारतीय वायु सेना के सी-130जे विमान ने एएफएस हिंडन से भूकंप प्रभावित म्यांमा के लिए लगभग 15 टन राहत सामग्री भेजी गई। भारत म्यांमा की राजधानी में बचाव कर्मियों को भेजने वाला पहला देश है, जहां भूकंप के बाद हवाई अड्डा पूरी तरह से संचालन में नहीं है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम आज मांडले के लिए रवाना होगी। वह शहर में राहत कार्यों के लिए पहुंचने वाली पहली बचाव टीम होगी।
सूत्रों के अनुसार, हवाई अड्डे और नौसेना के जहाजों के जरिए कुल 137 टन राहत सामग्री भेजी गई है। आवश्यकतानुसार और सहायता भेजी जाएगी।
भारतीय सेना ने भूकंप प्रभावित म्यांमा को तत्काल मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत विशेष चिकित्सा कार्य बल तैनात किया है।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि शत्रुजीत ब्रिगेड के चिकित्सा कर्मियों के एक सौ 18 सदस्यों की टीम तैनात की गई है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना आपदा में घायल लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए 60 बिस्तर वाला चिकित्सा उपचार केंद्र स्थापित करेगी।
यह ट्रामा, आपातकालीन शल्य चिकित्सा और अन्य आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस मानवीय सहायता से भारत की पडोस प्रथम नीति के लिए प्रतिबद्धता और वसुधैव कुटुम्बकम की भावना का पता चलता है।