ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सौमित्र दत्ता ने सुशासन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में वैश्विक स्तर पर भारत के बारे में धारणा बदल गई है क्योंकि भारत विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्ति बनने की ओर मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
हाल ही में फ्रॉम ग्रिडलॉक टू ग्रोथ – हाउ लीडरशिप इनेबल्स इंडियाज प्रगति इकोसिस्टम टू पावर प्रोग्रेस शीर्षक से एक अध्ययन का सह-लेखन करने वाले प्रोफेसर दत्ता ने एक मीडिया संगठन के साथ विशेष साक्षात्कार में मोदी सरकार के प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन-प्रगति नीति की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रगति ने भारत में बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं की प्रभावशीलता में सुधार लाने और असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल निर्माण जैसी कुछ प्रमुख परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली रूकावटें दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रोफेसर दत्ता ने कहा कि प्रगति का विचार प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से शिकायतों पर राज्यव्यापी ध्यान देने की योजना-SWAGAT से आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए वर्ष 2002 में वहां आए भूकंप के बाद इसे लागू किया था।
यह प्रणाली उपलब्ध डिजिटल उपकरणों का संयोजन है जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में राज्य को भीषण आपदा से तेजी से उबरने में मदद करने और स्थिति पर सुधार की निगरानी के लिए इस्तेमाल किया था। प्रोफेसर दत्ता ने कहा कि 2047 में देश की आजादी के शताब्दी वर्ष तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में कई शक्तियां इसके साथ हैं।