ऐतिहासिक वैकोम सत्याग्रह के आज सौ वर्ष पूरे हो गए हैं। इसे केरल के इतिहास में अस्पृश्यता के खिलाफ लड़ाई में मील का पत्थर माना जाता है। इस सत्याग्रह ने न केवल जाति के आधार पर उत्पीड़न को बल्कि सामाजिक कुप्रथाओं को भी चुनौती दी थी। छह सौ तीन दिनों तक चला यह अहिंसक आन्दोलन केरल के कोट्टायम जिले में वैकोम महादेव मंदिर के पास सार्वजनिक सड़क पर पिछड़े वर्गो के लोगों के आने जाने के अधिकार के लिए किया गया था।
सत्याग्रह 30 मार्च 1924 को शुरू होकर 23 नवम्बर 1925 तक चला और इसे श्री नारायण गुरू सहित अनेक महान हस्तियों का समर्थन हासिल था। महात्मा गांधी के हस्तक्षेप के बाद सभी आन्दोलनकारियों को रिहा कर दिया गया और सभी जातियों के लोगों के लिए सभी रास्ते खोल दिए गए।