लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि निवर्तमान 17वीं लोकसभा महिला आरक्षण विधेयक, तीन तलाक उन्मूलन और भारतीय न्याय संहिता जैसे विधेयकों को पारित करने के साथ-साथ अपने ऐतिहासिक कानूनों के लिए जानी जाएगी। नई दिल्ली में आज आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में श्री बिरला ने अपने पांच साल के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि ये कानून देश को आगे ले जाएंगे और सकारात्मक बदलाव लाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 17वीं लोकसभा के दौरान हुई चर्चा और बहस वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए एक रोडमैप के रूप में काम करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि संसद में नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों के स्वागत के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। नए संसद भवन के एक वर्ष पूरा होने पर श्री बिरला ने कहा कि नया भवन बहुत कम समय में तैयार किया गया था और इसे आधुनिक सुविधाओं तथा नई तकनीकों से सुसज्जित किया गया है। उन्होंने कहा कि संसद परिसर को विभिन्न राज्यों से लाई गई पौधों की प्रजातियों के साथ पर्यावरण अनुकूल स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। श्री बिड़ला ने ऐतिहासिक कानूनों के पारित होने का उल्लेख करते हुए नए संसद भवन की एक साल की यात्रा के बारे में भी चर्चा की।