डीए, एरियर और अन्य मांगो को लेकर सुक्खू सरडेढ़ वर्ष पहले जिन कर्मचारियों ने सुक्खू सरकार को सिर आंखों पर बैठाया था अब उन्हीं कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला सचिवालय सेवाएं संघ के बैनर तले सचिवालय में कर्मचारियों ने 2016 से एरियर का भुगतान न होने और जुलाई 2022 से डीए न मिलने पर कर्मचारियों ने सुक्खू सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ ने आज सचिवालय में एक विशाल जनरल हाउस और प्रदर्शन किया जिसमें सचिवालय कर्मचारी के अलावा प्रदेश के अन्य कर्मचारी संगठनों ने भी समर्थन का ऐलान कर दिया है।
हिमाचल में डीए, एरियर और अन्य मांगो के पूरा न होने पर कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूट गया है। सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों ने ये तय किया है कि हम देखेंगे कि सरकार हमें कल वार्ता के लिए बुलाती है या नहीं अगर नहीं तो परसों फिर से एक जरनल हाउस होगा। अगर सरकार फिर भी नहीं मानती है तो वे 10 सितंबर से मास कैजुअल लीव पर जाएंगे और अगर पड़ी तो अनशन पर भी बैठेंगे लेकिन सरकार के आगे झुकेंगे नहीं।सरकार खुद तो फिजूल खर्चा कर रहीं है ,सीपीएस, OSD, महंगी गाड़ियों, सलाहकार रखने, दफ़्तर बनाने पर करोड़ों का खर्च हो रहा है लेकिन कर्मियों को DA और एरियर सहित अन्य लाभ देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है।
हिमाचल में हर सरकार हिमाचल दिवस, स्वतंत्रता दिवस पर कर्मचारियों के लिए कोई ना कोई घोषणा करती रही है। परन्तु वर्तमान कांग्रेस सरकार में कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह जरनल हाउस सरकार के लिए एक चेतावनी होगी कि कर्मचारियों की मांगों पर जल्द निर्णय किया जाए।