तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा है कि श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) टनल परियोजना की आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों के सही स्थान की सटीक जानकारी नहीं है और सरकार बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बचाव अभियान का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों को सुझाव दिया है कि बचाव कर्मियों को खतरे से बचाने के लिए यदि आवश्यक हो तो सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग करें। श्री रेड्डी ने कहा कि सरकार फंसे हुए आठ लोगों को बचाने के लिए दृढ़ है और पीड़ित परिवारों की मदद के लिए भी तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कल शाम नागरकुरनूल जिले में दुर्घटना स्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की मरम्मत के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी और आज इसके बहाल किए जाने की उम्मीद है। श्री रेड्डी ने कहा कि बचाव दल के पास लोगों के फंसे होने वाले सटीक स्थान की जानकारी नहीं है और वे केवल प्रारंभिक अनुमान पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान द्वारा चिन्हित स्थानों पर रैट माइनर्स के खुदाई किए जाने के बावजूद किसी भी फंसे हुए व्यक्ति का पता नहीं चला। पिछले महीने की 22 तारीख से एसएलबीसी सुरंग की छत ढह गई थी जिसमें दो इंजीनियरों सहित आठ लोग फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है।