नागर विमानन मंत्री के.राममोहन नायडू ने आज कहा कि नोएडा में एशिया के सबसे बड़े जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से नियमित उड़ान सेवा इस वर्ष अप्रैल से शुरू होगी।
राज्यसभा में आज पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए श्री नायडू ने कहा कि सब कुछ समयबद्ध तरीके से हो रहा है। इस हवाई अड्डे से सत्यापन उड़ान पिछले वर्ष दिसम्बर में परिचालित की गई थी।
विश्व में अग्रणी विमानन बाजार के रूप में भारत का उल्लेख करते हुए श्री नायडू ने कहा कि भारतीय वैमानिकी क्षेत्र में आठ सौ विमान परिचालित हो रहे हैं। इन उडानों के निर्बाध परिचालन के लिए कुशल कार्यबलों को प्रशिक्षित करने के उपाये किये गए हैं। श्री नायडू ने कहा कि 1 हजार 600 वाणिज्यिक पायलटों को प्रतिवर्ष प्रशिक्षित किये जा रहा है। देश में 54 विमान प्रशिक्षण संगठन संचालित किये गए हैं।
श्री नायडू ने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय तकनीकी खामियों और सुरक्षा मुद्दों को कम करने के लिए ठोस उपाय किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी खामियों की घटनाओं की संख्या 2022 की 723 से घटकर 2024 में 273 हो गई है।
डिजी यात्रा को एक क्रांतिकारी योजना बताते हुए श्री नायडू ने कहा कि इस योजना ने यात्रियों के लिए निर्बाध हवाई यात्रा सुनिश्चित की है। इस योजना से हवाई अड्डों पर प्रतीक्षा की अवधि में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल 24 हवाई अड्डों पर यह सुविधा उपलब्ध है। पांच और हवाई अड्डों पर बहुल जल्द यह सुविधा उपलब्ध होगी।
श्री नायडू ने कहा कि अगले दस वर्षों के दौरान उड़ान विस्तार योजना के अंतर्गत एक सौ और नये हवाई अड्डों का निर्माण किया जाएगा।