केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को भारत में उपग्रह इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्पेक्ट्रम आवंटन की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है। नई दिल्ली में मोबाइल टेलीफोनी के 30 वर्ष पूरे होने पर आयोजित मोबाइल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत का डिजिटल सफर बेहतरीन रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्ष में देश की डिजिटल पहुंच महानगरों से लेकर दूरदराज़ के गांवों तक हो गई है। इससे नागरिकों के सशक्तिकरण के साथ ही भारत सस्ती और समावेशी तकनीक में विश्व में अग्रणी बन गया है।
श्री सिंधिया ने बताया कि देश में अब एक अरब बीस करोड़ टेलीफोन कनेक्शन हैं और इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 286 प्रतिशत बढ़कर 97 करोड़ हो गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोबाइल डेटा दरों में 96.6% की कमी के साथ, भारत दुनिया का सबसे सस्ता डेटा प्रदाता बन गया है। श्री सिंधिया ने कहा कि देश के लगभग सभी जिलों में 5G नेटवर्क पहुंच चुका है और चार लाख 74 हज़ार 5G टावर के माध्यम से तीस करोड़ उपभोक्ता इसका लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारती समूह से जुड़ी यूटेलसैट वनवेब और जियो एसईएस भी उपग्रह-आधारित संचार सेवाएं शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन का इंतज़ार कर रहे हैं। श्री सिंधिया ने सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के फिर से सशक्त होने को बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल ने 83 हज़ार से ज़्यादा 4G नेटवर्क केन्द्र स्थापित किए हैं।