भारत ने दुबई एयरशो 2025 में रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग और विनिर्माण पर एक उद्योग गोलमेज सत्र आयोजित किया। इसमें भारत, संयुक्त अरब अमीरात, अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील और इटली की लगभग 50 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने सत्र की अध्यक्षता की। संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत दीपक मित्तल और संयुक्त सचिव (रक्षा उत्पादन) अमित सतीजा भी सत्र में शामिल हुए।
गोलमेज सत्र में संयुक्त रक्षा उत्पादन का विस्तार, तकनीकी सहयोग को मज़बूत करने और वैश्विक कंपनियों को भारत में विनिर्माण के अवसरों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करने पर चर्चा हुई।
दुबई एयरशो में भारत की व्यापक भागीदारी रही, जिसमें भारतीय मंडप, स्वतंत्र प्रदर्शनियाँ, भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा प्रदर्शन और एलसीए तेजस और सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के प्रदर्शन शामिल थे। एयरशो में भारतीय स्टार्टअप्स की मज़बूत भागीदारी भारत के तेजी से विकसित होते रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को दर्शाती है।
सत्र के दौरान पिछले एक दशक में भारत के रक्षा औद्योगिक आधार के महत्वपूर्ण विस्तार को भी रेखांकित किया गया। लाइसेंसिंग प्रक्रिया तेज होने से विनिर्माण कंपनियों की संख्या बढ़कर 200 तक हो गई है। रक्षा क्षेत्र में स्टार्टअप और एमएसएमई की संख्या 80 से से बढ़कर सोलह सौ से अधिक हो गई है। रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार- आईडेक्स कार्यक्रम के अंतर्गत नए उद्यमों ने लगभग तीन हजार 200 करोड़ रुपये के घरेलू और निर्यात ऑर्डर हासिल किए हैं।