भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम-एनपीसीआई ने आज से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस-यूपीआई के नए नियम लागू कर दिए हैं। नए नियमों के अंतर्गत प्रत्येक लेनदेन से पहले प्राप्तकर्ता का नाम प्रेषक को दिखाया जाएगा। प्रत्येक यूपीआई ऐप उपयोगकर्ताओं को दिन में 50 बार अपना बैंक बैलेंस चेक करने की सुविधा देगा। यूपीआई ऐप्स व्यस्त समय के दौरान यूपीआई पर लोड कम करने के लिए बैलेंस पूछताछ के अनुरोधों को सीमित या रोक भी सकेंगे।
एनपीसीआई ने यह भी अनिवार्य किया है कि स्वचालित भुगतान लेनदेन की प्रक्रिया केवल गैर-व्यस्त समय के दौरान ही की जाएगी। ग्राहक अब अपने मोबाइल नंबर से जुड़े बैंकों की सूची देख सकेंगे। अपुष्ट भुगतानों की स्थिति में उपयोगकर्ता भुगतान की स्थिति केवल तीन बार ही देख पाएंगे, और प्रत्येक प्रयास के बीच न्यूनतम 90 सेकंड का अंतराल होगा।