भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण-एनएचएआई सड़क सुरक्षा बढाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवारा पशुओं की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक पायलट परियोजना शुरू कर रहा है। यह परियोजना आवारा पशुओं को सुरक्षित स्थान देने के लिए राजमार्गों के आसपास के स्थानों पर इन मवेशियों के लिए आश्रय प्रदान करेगी। इस परियोजना से पशु संबंधी दुर्घटनाओं को टालने में भी मदद मिलेगी।
एनएचएआई ने इस मामले में एक कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत राजमार्गों के दोनों तरफ समय पर मिलने वाली चिकित्सीय देखभाल प्रदान करने के लिए अस्पतालों और प्राथमिक उपचार केन्द्र स्थापित किए जाएंगे और मवेशियों के लिए एम्बुलेंस भी रखे जाएंगे।
यह पहल एनएच-21 के कीरतपुर-नेरचौक खंड सहित पंजाब से होकर गुजरने वाले विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर कार्यान्वित की जाएगी।
पंजाब सरकार के यातायात सलाहकार डॉ.नवदीप असीजा ने इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एनएचएआई द्वारा एक सुविचारित कदम है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां के राष्ट्रीय राजमार्गों के निकट जंगली क्षेत्र में काफी कमी आ गई है।