भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण-एन एच ए आई ने आज नई दिल्ली में पर्यावरण-अनुकूल शमन उपायों सहित पर्यावरण और वन मंजूरी पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं का उपयोग करके देश के राष्ट्रीय राजमार्ग के बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए एक ठोस आधार तैयार करना है। इसमें देश भर में पर्यावरण अनुकूल राजमार्ग बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए परियोजना मंजूरी और शमन रणनीतियों से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए टिकाऊ बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रति एनएचएआई की प्रतिबद्धता दोहराई और वन्यजीव गलियारे, अमृत सरोवर, वृक्षारोपण अभियान और हरित राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में अपशिष्ट पदार्थों के उपयोग जैसी पहलों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला को सबोधित करते हुए वन महानिदेशक जितेंद्र कुमार ने अंतर-विभागीय सहयोग में सुधार करके और राजमार्ग निर्माण में हरित प्रथाओं को अपनाने की दिशा में एक ठोस रोडमैप बनाकर योजना प्रक्रिया में तेजी लाने पर बल दिया।
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन ने देश भर में टिकाऊ बुनियादी ढांचे को कुशलतापूर्वक विकसित करने के लिए पीएम गति शक्ति के ढांचे का उपयोग करके विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में सुधार करने और एक सहयोगी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यशाला में एन एच ए आई, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के कई अधिकारी और हितधारक शामिल हुए हैं।