विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमरीका के एच-1बी वीजा कार्यक्रम पर प्रस्तावित प्रतिबंध से संबंधित कदम की पूरी बारीकियों पर भारतीय उद्योग सहित सभी संबंधित हितधारक अध्ययन कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक वक्तव्य में कहा कि भारत तथा अमरीका दोनों देशों के उद्योगों का नवाचार और रचनात्मकता में भागीदारी है।
दोनों देशों के उद्योगों से आगे की श्रेष्ठ संभावना पर परामर्श करने की आशा की जा सकती है। श्री जायसवाल ने कहा कि इस कदम से कई परिवारों के लिए बाधा उत्पन्न होने के कारण मानवीय संकट उत्पन्न होने की संभावना है। भारत सरकार आशा करती है कि इन बाधाओं को अमरीकी अधिकारी उचित तरीके से निपटाएंगे।
श्री जायसवाल ने कहा कि कुशल प्रतिभा गतिशीलता और आदान-प्रदान ने अमरीका तथा भारत दोनों ही देशों में प्रौद्योगिकी विकास, नवाचार, आर्थिक विकास, प्रतिस्पर्धा और धन सृजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्होंने बताया कि नीति निर्माता परस्पर हितों को ध्यान में रखकर हाल के कदमों का मूल्यांकन करेंगे। इसमें दोनों देशों के लोगों से सशक्त संबंध शामिल हैं।