विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक नए अध्ययन को साझा किया है जो यह स्पष्ट प्रमाण देता है कि एकल-उपयोग वाली पीईटी बोतलों से निकलने वाले नैनोप्लास्टिक आंत के बैक्टीरिया, रक्त की स्थिरता और कोशिकीय गतिविधियों को नुकसान पहुंचाते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में बताया है कि मोहाली के नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान की एक टीम ने पर्यावरणीय प्लास्टिक प्रदूषण से मानवीय स्वास्थ्य पर इसके छिपे हुए लेकिन संभावित रूप से गंभीर परिणामों के बारे में एक बहु-प्रणाली जांच की है। टीम ने आंत के बैक्टीरिया, लाल रक्त कोशिकाओं और अन्य कोशिकाओं पर इसके प्रभाव का अध्ययन किया।
मंत्रालय ने यह भी बताया है कि अध्ययन के अनुसार नैनो-प्लास्टिक, वर्तमान समय में भोजन, पानी और मानव शरीर में भी तेज़ी से पाया जा रहा है।