उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (आईएचबीटी) के हिमालयन जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर के निर्देशक सुदेश यादव एवं संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ किसानों-बागवानों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए कृषि विविधता कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन द्वारा किए गए समझौता ज्ञापन (एमओयू) के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर वर्चुअल रूप से बैठक की । बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी, उपनिदेशक कृषि, उद्यान तथा तथा ग्रामीण विकास अभिकरण के अधिकारियों ने भी भाग लिया । उपायुक्त ने जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विभिन्न नवाचार पहल और उन्नत तकनीक की जानकारी हासिल करने के लिए ग्रामीण विकास, कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों को जल्द पालमपुर संस्थान का प्रवास करने को कहा। साथ में उन्होंने यह निर्देश भी दिए कि संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ लगातार संवाद स्थापित रखा जाए।
उन्होंने अर्थशास्त्री ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण को हिमालयन जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन का नवीनीकरण करने तथा किसानों-बागवानों की सुविधा के लिए अन्य फसलों-कृषि उपज को भी समझौता ज्ञापन का हिस्सा बनने को निर्देशित किया। उपायुक्त ने संस्थान के निदेशक से जिला में फूड प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित तकनीकी विशेषज्ञता, कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए पौष्टिक उपज को बढ़ाने तथा कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब की पैदावार को लेकर तकनीकी परामर्श उपलब्ध करवाने की भी बात कही । उन्होंने संबंधित विभागीय ज़िला अधिकारियों को संस्थान द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों में विभिन्न योजनाओं के साथ कन्वर्जेंस करने के निर्देश दिए। इससे पहले बैठक में जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से जिला के किसानों-बागवानों तथा पशुपालकों की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिए जंगली गेंदा, केसर, हिंग, लैवेंडर, रोजमेरी सहित औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती को लेकर जिला में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी रखी।
इस दौरान हिमालयन जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिकों से कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों ने जिला के विभिन्न क्षेत्रों में हिंग , केसर तथा सुगंधित पौधों की उपज को लेकर स्थानीय किसानों को पेश आ रही विभिन्न समस्याओं एवं उनके निदान को लेकर भी विस्तृत चर्चा की। बैठक में अतिरिक्त ज़िला दंडाधिकारी अमित मैहरा, उपनिदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान, उद्यान डॉ. प्रमोद शाह, उपनिदेशक आत्मा परियोजना डॉ. ओम प्रकाश अहीर, अर्थशास्त्री ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण विनोद कुमार उपस्थित रहे।