उपायुक्त अमरजीत सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को विभाग की सभी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। वीरवार को यहां हमीर भवन में विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते उपायुक्त ने कहा कि कोई भी पात्र एवं जरुरतमंद महिला या बच्चा इन योजनाओं से नहीं छूटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिले में छह माह से 3 वर्ष तक के 14,116 शिशुओं और 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के 3528 बच्चों को 1351 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषाहार दिया जा रहा है। गंभीर कुपोषण के शिकार 125 बच्चों और आंशिक कुपोषण से पीड़ित 516 बच्चों के सही पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लगभग 4915 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को भी पोषाहार मिल रहा है। आंगनवाड़ी भवनों में आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग और बिजली बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिजली-पानी के कनेक्शन से छूटे भवनों को प्राथमिकता के आधार पर कनेक्शन प्रदान करें।
सामुदायिक भवनों और स्कूल भवनों में चल रहे आंगनवाड़ी केंद्रों को भी ये कनेक्शन देने के लिए स्थानीय पंचायत या प्रारंभिक शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित करें। उपायुक्त ने बताया कि जिला में 49 आंगनवाड़ी भवनों के लिए मनरेगा कनवर्जेंस के तहत धनराशि मंजूर की गई है। इनके कार्य भी अतिशीघ्र शुरू होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण अधिनियम बनाए हैं तथा टॉल फ्री नंबर 181 पर महिला हेल्पलाइन भी आरंभ की है।